दलाई लामा तिब्बत के धार्मिक और आध्यात्मिक नेता हैं। उनके विचार विश्वभर के लोगों के दिलों में शांति, अहिंसा और प्रेम का संदेश देते हैं। वे हमेशा करुणा, सहिष्णुता और मानवता के महत्व पर जोर देते हैं। आइए, उनके कुछ अनमोल विचारों पर ध्यान दें और उनके संदेशों से प्रेरित हों।
“Happiness is not something ready made. It comes from your own actions.”
“सुख कोई तैयार बनी चीज नहीं है। यह आपके अपने कार्यों से आता है।”
दलाई लामा हमें यह संदेश देते हैं कि सच्चा सुख हमारे बाहरी परिस्थितियों पर निर्भर नहीं करता, बल्कि हमारे कर्मों और दृष्टिकोण पर निर्भर करता है। हमें अपने कार्यों से ही सच्ची खुशी प्राप्त होती है।
“Love and compassion are necessities, not luxuries. Without them, humanity cannot survive.”
“प्रेम और करुणा आवश्यकताएं हैं, विलासिता नहीं। इनके बिना मानवता जीवित नहीं रह सकती।”
यह उद्धरण हमें सिखाता है कि प्रेम और करुणा हमारे जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण हैं। ये मानव अस्तित्व और समुदाय की नींव हैं।
“If you want others to be happy, practice compassion. If you want to be happy, practice compassion.”
“यदि आप चाहते हैं कि दूसरे लोग खुश रहें, तो करुणा का अभ्यास करें। यदि आप खुद खुश रहना चाहते हैं, तो करुणा का अभ्यास करें।”
दलाई लामा का यह उद्धरण हमें करुणा के दोहरे लाभ के बारे में बताता है। करुणा का व्यवहार न केवल दूसरों को, बल्कि हमें भी खुशी देता है।
“Our prime purpose in this life is to help others. And if you can’t help them, at least don’t hurt them.”
“इस जीवन का हमारा मुख्य उद्देश्य दूसरों की मदद करना है। और अगर आप उनकी मदद नहीं कर सकते तो कम से कम उन्हें चोट मत पहुंचाएं।”
यह उद्धरण हमें उदारता और सहानुभूति का संदेश देता है। हमें हमेशा दूसरों की मदद करने का प्रयास करना चाहिए और यदि संभव न हो, तो कम से कम उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
“Be kind whenever possible. It is always possible.”
“जहां भी संभव हो, दयालु रहो। यह हमेशा संभव है।”
इस उद्धरण से दलाई लामा यह सिखाते हैं कि दयालुता हमेशा एक विकल्प होती है और हमें इसका अभ्यास हमेशा करना चाहिए।
“In the practice of tolerance, one’s enemy is the best teacher.”
“सहनशीलता के अभ्यास में, आपका शत्रु सबसे अच्छा शिक्षक होता है।”
दलाई लामा मानते हैं कि हमारे शत्रु हमें सहनशीलता और धैर्य का सबक सिखाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
“We can never obtain peace in the outer world until we make peace with ourselves.”
“हम कभी भी बाहरी दुनिया में शांति प्राप्त नहीं कर सकते जब तक कि हम अपने आप से शांति नहीं बना लेते।”
यह उद्धरण आत्म-शांति और आत्म-साक्षात्कार के महत्व को बताता है। जब तक हम अपने भीतर शांति प्राप्त नहीं करते, बाहरी दुनिया में शांति अप्राप्त रहेगी।
“The goal is not to be better than the other man, but your previous self.”
“लक्ष्य यह नहीं होना चाहिए कि आप दूसरे व्यक्ति से बेहतर बनें, बल्कि अपने पिछले संस्करण से बेहतर बनें।”
दलाई लामा हमें सिखाते हैं कि आत्म-सुधार सबसे महत्वपूर्ण है। हमें हर दिन खुद को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए, न कि दूसरों से अपनी तुलना करनी चाहिए।
“When you practice gratefulness, there is a sense of respect toward others.”
“जब आप कृतज्ञता का अभ्यास करते हैं, तो दूसरों के प्रति सम्मान की भावना होती है।”
कृतज्ञता का अभ्यास हमें न केवल विनम्र बनाता है, बल्कि हमें दूसरों के प्रति अधिक संवेदनशील और सहानुभूति रखने वाला भी बनाता है।
“Remember that sometimes not getting what you want is a wonderful stroke of luck.”
“याद रखें कि कभी-कभी आपको जो नहीं मिलता है, वह आपके लिए एक अद्भुत भाग्य होता है।”
देखने में जो हमें नहीं मिलता वह कई बार हमारी भलाई के लिए होता है। हमें अपने जीवन में हुई घटनाओं को संयोग या दुर्भाग्य के रूप में देखने की बजाय, उन्हें अवसर के रूप में देखना चाहिए।
दलाई लामा के ये अनमोल विचार हमें शांति, करुणा, और मानवता के मूल्यों की ओर प्रेरित करते हैं। उनकी शिक्षाएं हमें एक बेहतर व्यक्ति बनने और एक सुखी एवं संतुलित जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। हमें उनके विचारों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना चाहिए।