रक्षाबंधन भाई-बहन के बीच प्यार और देखभाल का त्योहार है। यह उनके बीच प्यार, स्नेह और सुरक्षा के बंधन को मजबूत करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन बहनें प्यार और स्नेह के प्रतीक के रूप में अपने भाई की कलाई पर राखी नामक पवित्र धागा बांधती हैं।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार भगवान कृष्ण अपने मित्र की पत्नी, जाम्बवती की बहन, सुदामा से मिलने आये। जब वह पहुंचा तो उसने प्यार से उसका स्वागत किया और उसके हाथ पर राखी बांधी। देवी लक्ष्मी उनके बीच के पवित्र प्रेम से प्रभावित हुईं और उन्होंने भगवान कृष्ण को अजेय बनने के लिए एक विशेष शक्ति उपहार में देने का फैसला किया।
रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाइयों को फूलों, मालाओं और उपहारों से सजाती हैं। भाई भी अपनी बहनों की जरूरतों का ख्याल रखते हैं और उन्हें हर तरह के नुकसान से बचाते हैं। यह त्योहार हमें एक-दूसरे की देखभाल करने और जरूरत के समय एक-दूसरे के साथ खड़े रहने का महत्व सिखाता है। यह हमें याद दिलाता है कि हमारे रिश्ते जीवन की सबसे कीमती चीज़ हैं।
संक्षेप में, रक्षा बंधन बहनों और भाइयों के बीच प्यार, देखभाल और भाईचारे का उत्सव है।