राष्ट्रीय एकता का तात्पर्य किसी देश में रहने वाले सभी लोगों की एकता से है, चाहे उनकी जाति, पंथ या सामाजिक स्थिति कुछ भी हो। इसका मतलब है कि सभी को मिलकर समाज की भलाई के लिए काम करना चाहिए। राष्ट्रीय एकता के बिना कोई राष्ट्र प्रगति नहीं कर सकता।
अगर हम अपने चारों ओर देखें तो हमें ऐसे कई देश दिखेंगे जहां लोग अपनी जातियों और धर्मों के आधार पर बंटे हुए हैं। यह विभाजन विभिन्न समूहों के बीच तनाव और संघर्ष को जन्म देता है। दूसरी ओर, राष्ट्रीय एकता वाले देश में ऐसी कोई समस्या नहीं होती।
राष्ट्रीय एकता तब प्राप्त होती है जब सभी लोग एक समान लक्ष्य के लिए मिलकर काम करते हैं। यह एक दूसरे के विचारों के प्रति समझ, सहनशीलता और सम्मान को बढ़ावा देता है। जब हम एकजुट होंगे तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।’ हम अपने देश को एक समृद्ध राष्ट्र बना सकते हैं जहां हर कोई खुशी से रहेगा।
राष्ट्रीय एकता के लिए हमें अपनी सोच बदलनी होगी। हमें एक-दूसरे को देश के समान नागरिक के रूप में स्वीकार करना सीखना चाहिए। हमें सभी लोगों के लिए शिक्षा और अवसर भी प्रदान करने चाहिए ताकि वे अपने देश के साथ मिलकर विकास कर सकें। ऐसा करके हम एक मजबूत और एकजुट राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं जहां हर कोई खुशी से रह सके।