क्रिया: परिभाषा और प्रकार (Verbs in Hindi: Definition and Types)

हिंदी व्याकरण में ‘क्रिया’ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। क्रिया वह शब्द है, जो किसी कार्य, अवस्था अथवा घटना का बोध कराता है। प्रायः क्रिया वाक्य के कीर्तक (विषय) के किसी क्रियाकलाप, गुण, दशा अथवा संबंध को इंगित करती है। उदाहरणतया, “राम सो रहा है”, “सीता गा रही है” और “बच्चे खेल रहे हैं” आदि वाक्यों में ‘सोना’, ‘गाना’ और ‘खेलना’ क्रियाएँ हैं, जो कार्य का बोध कराती हैं। इस लेख में हम क्रिया के विभिन्न प्रकारों, उनके प्रयोग और उदाहरणों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

क्रिया के प्रकार

हिंदी व्याकरण में क्रिया मुख्यतः तीन प्रकार की होती हैं:

  • सकर्मक क्रिया
  • अकर्मक क्रिया
  • प्रेरणार्थक क्रिया

सकर्मक क्रिया

सकर्मक क्रिया वह क्रिया होती है, जो बिना कर्म के पूर्ण नहीं होती है। अर्थात् जिस क्रिया को पूरा करने के लिए एक कर्म (वह जिस पर क्रिया की जाती है) का होना आवश्यक है, वह सकर्मक क्रिया कहलाती है।

उदाहरण:

  • राम किताब पढ़ रहा है।
  • सीमा ने फूल तोड़ा।
  • राधा गाना गा रही है।

अकर्मक क्रिया

अकर्मक क्रिया वह क्रिया होती है, जो बिना किसी कर्म के ही पूर्ण हो जाती है। अर्थात् जिन्हें किसी कर्म का आवश्यकता नहीं होती।

उदाहरण:

  • बच्चा हंस रहा है।
  • घोड़ा दौड़ रहा है।
  • नदी बह रही है।

प्रेरणार्थक क्रिया

प्रेरणार्थक क्रिया वह क्रिया होती है, जिसे कराने के लिए किसी अन्य व्यक्ति का उपयोग किया जाता है। अन्य शब्दों में, प्रेरणार्थक क्रिया वे क्रियाएं हैं जिनके द्वारा किसी अन्य व्यक्ति से कार्य कराया जाता है।

उदाहरण:

  • राम ने मोहन से किताब पढ़वाई।
  • सीता ने राधा से गाना गवाया।
  • माता ने बच्चों से काम करवाया।

क्रिया के रूप

हिंदी में क्रियाओं के विभिन्न रूप निम्नलिखित हैं:

  • समय (काल)
  • वचन
  • पुरुष

काल के अनुसार क्रिया

काल के आधार पर क्रिया तीन प्रकार की होती हैं:

  • वर्तमान काल: जो अभी का समय बताते हैं।
  • भूतकाल: जो बीते हुए समय की बात करते हैं।
  • भविष्य काल: जो आने वाले समय की बात करते हैं।

उदाहरण:

वर्तमान काल

  • राम पढ़ रहा है।
  • सीमा गाना गा रही है।
  • मोहन खेल रहा है।

भूतकाल

  • राम ने पढ़ लिया।
  • सीमा ने गाना गा लिया।
  • मोहन खेल चुका।

भविष्य काल

  • राम पढ़ेगा
  • सीमा गाना गाएगी
  • मोहन खेलगा

वचन के अनुसार क्रिया

हिंदी में वचन के आधार पर क्रिया दो प्रकार की होती हैं:

  • एकवचन: जिसमें केवल एक व्यक्ति या वस्तु का बोध होता है।
  • बहुवचन: जिसमें एक से अधिक व्यक्तियों या वस्तुओं का बोध होता है।

उदाहरण:

एकवचन

  • राधा नाच रही है।
  • राम गा रहा है।
  • मोहन पढ़ रहा है।

बहुवचन

  • राधा और सीमा नाच रही हैं।
  • राम और श्याम गा रहे हैं।
  • मोहन और सोहन पढ़ रहे हैं।

पुरुष के अनुसार क्रिया

हिंदी में पुरुष के आधार पर क्रिया तीन प्रकार की होती हैं:

  • प्रथम पुरुष: जो बोलने वाले के लिए प्रयुक्त होता है।
  • मध्यम पुरुष: जो सम्बोधित व्यक्ति के लिए प्रयुक्त होता है।
  • उत्तम पुरुष: जो अन्य व्यक्ति या वस्तु के लिए प्रयुक्त होता है।

उदाहरण:

प्रथम पुरुष

  • मैं पढ़ रहा हूँ।
  • हम खेल रहे हैं।

मध्यम पुरुष

  • तुम गा रहे हो।
  • तुम लोग पढ़ रहे हो।

उत्तम पुरुष

  • वह नाच रहा है।
  • वे गा रहे हैं।

क्रिया के अन्य प्रकार

आवृत्ति के अनुसार क्रियाएं

आवृत्ति के आधार पर क्रियाओं के विभिन्न प्रकार होते हैं:

  • व्हकर्मक्रिया: जो र्ट्रिया असामान्य रूप से की जाती है।
  • स्मरम्भक्रिया: जो सतत की जाती है।
  • असमाप्तक्रिया: जो समाप्त नहीं होती।

उदाहरण:

  • राम रोज सुबह सैर करता है।
  • सीमा हमेशा संभलकर चलती है।
  • मोहन लगातार पढ़ रहा है।

विधि के अनुसार क्रियाएं

विधि के आधार पर क्रियाओं के विभिन्न प्रकार होते हैं:

  • निश्चयवाचक क्रिया: जो किसी निश्चित तथ्य को बताती है।
  • संभावना वाचक क्रिया: जो किसी संभावनता को दर्शाती है।

उदाहरण:

  • राम ने किताब पढ़ ली। (निश्चित)
  • राम किताब पढ़ सकता है। (संभावना)

संयुक्त क्रियाएं

संयुक्त क्रियाएं दो अथवा दो से अधिक क्रियाओं का फल होती हैं। यह विभिन्न क्रियाओं के संयोजन से बनती हैं।

उदाहरण:

  • राम ने किताब पढ़कर रख दी।
  • सीमा ने गाना गाकर माहौल को खुशनुमा बनाया।

निष्कर्ष

क्रिया हिंदी व्याकरण का अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। यह न केवल वाक्य की संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, बल्कि वाक्य के अर्थ को भी परिलक्षित करती है। क्रिया के विभिन्न प्रकार, रूप, आवृत्ति और विधि के अनुसार बनावट को समझना हमें हिंदी भाषा का सम्यक ज्ञान प्राप्त करने में सहायक होता है। इस लेख में विभिन्न प्रकार की क्रियाओं को उदाहरणों के साथ समझाया गया है, जिससे पाठकों को हिंदी व्याकरण के इस महत्वपूर्ण विषय को समझने में सहायता मिले। आशा है कि यह लेख आपका ज्ञानवर्धन करेगा और हिंदी व्याकरण के अध्ययन में आपकी सहायता करेगा।

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