जवाहरलाल नेहरू भारत के एक महान नेता थे। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे, उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही प्राप्त की और बाद में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में अध्ययन किया।
नेहरू एक सच्चे लोकतंत्रवादी थे और लोगों के अधिकारों में विश्वास करते थे। उन्होंने जोश और समर्पण के साथ भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। भारत के लिए उनका दृष्टिकोण एक नया समाज बनाना था जहां लोग भय, गरीबी और असमानता के बिना रहें। वह चाहते थे कि प्रत्येक नागरिक स्वतंत्र हो और उसे समान अवसर प्राप्त हों।
स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री के रूप में, नेहरू ने हमारे देश की अर्थव्यवस्था को विकसित करने और इसकी शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए अथक प्रयास किया। उन्होंने कई महत्वपूर्ण नीतियां पेश कीं जिससे हमारे राष्ट्र के विकास में मदद मिली। बच्चों के प्रति उनके प्यार और उनकी शिक्षा ने उन्हें ‘बाल स्वनिधि’ नामक प्रसिद्ध कार्यक्रम शुरू करने के लिए प्रेरित किया, जिसका उद्देश्य हर भूखे बच्चे को भोजन उपलब्ध कराना था।
नेहरू भारत के सच्चे सपूत थे जिन्होंने अपने देश के विकास के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया। उनकी विरासत आज भी जीवित है और आने वाली पीढ़ियों को एक उज्जवल और अधिक समृद्ध कल के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करती है। सामाजिक न्याय और समानता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता एक उदाहरण है जिसका हम सभी को अनुसरण करना चाहिए।