बीरबल का वचन – Akbar Birbal Story in Hindi

बादशाह अकबर के दरबार में एक से एक नायाब रत्न, बुद्धिजीवी और हास्य के धनी व्यक्ति थे। मगर उनमें से सबसे प्रसिद्ध उनके नौ रत्नों में से एक था – बीरबल। बीरबल अपनी बुद्धिमत्ता और हाजिरजवाबी के लिए बहुत प्रसिद्ध थे। अकबर और बीरबल की कहानियाँ आज भी लोगों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं। ऐसी ही एक कहानी है “बीरबल का वचन”।

कहानी की शुरुआत

एक दिन दरबार में बादशाह अकबर ने एक अनोखा प्रश्न रखा। उन्होंने अपने दरबारियों से कहा, “आप सभी लोग जानते हैं कि सोना बहुमूल्य धातु है। यह बता सकते हो कि दुनिया में सबसे कीमती चीज क्या है?”

यह सुनकर दरबारियों ने अपनी-अपनी राय प्रस्तुत की। किसी ने कहा, “हीरा सबसे कीमती है,” तो किसी ने कहा, “मोती।” कुछ दरबारी सोच में पड़ गए और कुछ चुप रहे। लेकिन कोई भी उत्तर अकबर को संतुष्ट नहीं कर पाया।

बीरबल की सोच

फिर अकबर ने बीरबल की ओर देखा और पूछा, “बीरबल, तुम्हारे अनुसार दुनिया में सबसे कीमती चीज क्या है?”

बीरबल सोच में पड़ गए, फिर मुस्कुराते हुए बोले, “जहाँपनाह, मेरे विचार में सबसे कीमती चीज मनुष्य का वचन, यानी उसका वादा है।”

अकबर को यह उत्तर थोड़ा अजीब लगा। उन्होंने कहा, “कैसे? वचन कैसे सबसे कीमती हो सकता है?”

बीरबल की परीक्षा

बीरबल ने उत्तर दिया, “जहाँपनाह, मैं इसे सिद्ध कर सकता हूँ। बस मुझे थोड़ी सी मोहलत दीजिए।” अकबर ने हामी भरी और बीरबल को उनकी बात सिद्ध करने का मौका दिया।

अगले दिन बीरबल ने दरबार में आकर कहा, “जहाँपनाह, मैं हर रोज एक वचन निभाने का प्रण करता हूं, लेकिन आज मैं कुछ खास करना चाहता हूं। मैं एक वचन दूँगा और उसे पर्दे के पीछे से निभाऊँगा।”

यह सुनकर अकबर और दरबार के सभी सदस्य बड़ी उत्सुकता से बीरबल की ओर देख रहे थे।

बीरबल का वचन

बीरबल ने एक गरीब आदमी को दरबार में बुलाया और कहा, “मैं तुझे वचन देता हूँ कि आज रात तेरे घर में ऐसा खाना बनेगा कि तू कभी सपने में भी नहीं सोच सकता।”

फिर बीरबल ने दरबारियों के सामने इस गरीब आदमी के घर का पता लिखा और उसे रात को महल के रसोई से सबसे स्वादिष्ट और महंगे पकवान भेजने का आदेश दिया। दरबार के सभी सदस्य हैरान हो गए कि बीरबल का वचन इस प्रकार से निभाया जाएगा।

निष्कर्ष

अगले दिन जब गरीब आदमी दरबार में आया तो उसकी आँखों में आंसू थे और उसने बादशाह अकबर और बीरबल को धन्यवाद दिया। उसने कहा, “मुझे ऐसा भोजन मिला जैसा मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। बीरबल का वचन सच हो गया।”

अकबर ने यह देखा और मुस्कुराए, “बीरबल, तुमने सही कहा था। वचन सबसे कीमती होता है, क्योंकि जब कोई अपना वचन निभाता है, तो वह व्यक्ति दिल जीत लेता है।”

इस प्रकार बीरबल ने अपनी बुद्धिमत्ता और ईमानदारी से एक नई सीख दी की मनुष्य का वचन ही उसका सबसे बड़ा और कीमती धन है।

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