भगत सिंह भारत के एक वीर स्वतंत्रता सेनानी थे। उनका जन्म पंजाब के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उनके परिवार ने उन्हें बचपन से ही देशभक्ति का मूल्य सिखाया। जैसे-जैसे वे बड़े हुए, भगत सिंह को भारतीय राजनीति में बहुत रुचि हो गई। वह भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए।
भगत सिंह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (एचएसआरए) नामक क्रांतिकारी दल के सक्रिय सदस्य थे। इस पार्टी का मानना था कि ब्रिटिश शासन से आज़ादी पाने का एकमात्र रास्ता क्रांति है। भगत सिंह और उनके साथी बम फेंकने, ब्रिटिश संपत्ति जलाने और ब्रिटिश अधिकारियों को मारने जैसी कई साहसी गतिविधियों में शामिल थे।
भगत सिंह बहुत बहादुर थे और भारत की आज़ादी के लिए अपना जीवन बलिदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते थे। वह एक सच्चे देशभक्त थे जिन्होंने लाखों भारतीयों को अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया। दुर्भाग्य से, भगत सिंह को ब्रिटिश पुलिस ने उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह भारतीय स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे थे। गिरफ्तार होने के बावजूद भी उन्होंने अपना साहस और देशभक्ति नहीं छोड़ी।
जेल में रहते हुए भगत सिंह की मृत्यु हो गई। उनके बलिदान को भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित करने वाले एक साहसी कार्य के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। उन्हें हमारे देश के महानतम नायकों में से एक माना जाता है।