प्रकृति संरक्षण एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है जो हमारे ग्रह पर सभी जीवित चीजों को प्रभावित करता है। हमारी प्राकृतिक दुनिया में पौधे, जानवर, नदियाँ, झीलें, महासागर, पहाड़, जंगल और बहुत सी चीज़ें शामिल हैं। ये तत्व हमें भोजन, पानी, सांस लेने के लिए हवा और आश्रय प्रदान करते हैं।
लेकिन दुर्भाग्य से, प्रदूषण, वनों की कटाई, अत्यधिक मछली पकड़ने और शिकार जैसी मानवीय गतिविधियों ने हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुँचाया है। लोग पेड़ों को दोबारा लगाए बिना ही काट रहे हैं। इससे जानवरों के आवास नष्ट हो गए हैं, उनकी संख्या कम हो गई है। कई जानवरों की प्रजातियाँ अब विलुप्त होने के कगार पर हैं।
कारखानों, वाहनों और अन्य स्रोतों से होने वाले प्रदूषण ने हमारी हवा और पानी को दूषित कर दिया है। यह न केवल मनुष्यों को बल्कि इन पारिस्थितिक तंत्रों में रहने वाले पौधों और जानवरों को भी प्रभावित करता है। जलवायु परिवर्तन एक और बड़ा मुद्दा है जिसका हम आज सामना कर रहे हैं। यह बाढ़, सूखा, लू और तूफान जैसी चरम मौसम स्थितियों को और अधिक सामान्य बना रहा है।
हमें अपनी प्राकृतिक दुनिया की रक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए। हम पेड़ लगा सकते हैं, अपशिष्ट कम कर सकते हैं, पानी बचा सकते हैं और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों का उपयोग कर सकते हैं। सरकारों और संगठनों को प्रदूषण और संसाधनों के अत्यधिक दोहन को रोकने के लिए कानून बनाना चाहिए। पर्यावरण की देखभाल करना हम सभी की जिम्मेदारी है ताकि हम हमेशा प्रकृति के साथ सद्भाव में रह सकें। तभी हम प्रकृति को नुकसान पहुंचाये बिना हमें मिलने वाले लाभ प्राप्त कर सकेंगे।